दीपावली के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों को सम्बोधित करते हुए कहां किदेश की सीमाएं एक प्रकार से देश के प्रवेश द्वार हैं। देश की समृद्धि,शुभ-लाभ और रिद्धि-सिद्धि हमारी सेनाएं हैं।'दीपावली का पर्व समृद्धि आए।.....
हर वर्ष की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल भी दीपावली का प्रकाश पर्व मनाने के लिए राजस्थान के जैसलमेर स्थित लोंगेवाला में तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों के बीच पहुंचकर उनका हौसला बढ़ाया। और सेवाकाल के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री मोदी ने सैनिकों को सम्बोधित करते हुए कहां कि पाकिस्तान और चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि भारत आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारता है। जब तक सेना के जवान शरहदों पर हैं देश की दीवाली इसी तरह रोशन होती रहेगी।
महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिस प्रकार देश के दूसरे क्षेत्रों में महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है उसी तरह हमारे सुरक्षा तंत्र में भी वुमेन पावर की भूमिका को और व्यापक किया जा रहा है।'प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,दीपावली के दिन दरवाजे या गेट के सामने शुभ-लाभ या रिद्धि-सिद्धि आदि रंगोली की परंपरा है। देश की सीमाएं एक प्रकार से देश के द्वार हैं।ऐसे में हमारे देश की समृद्धि,शुभ-लाभ और रिद्धि-सिद्धि सेनाएं हैं।'दीपावली पर समृद्धि आए।इसके अलावा उन्होंने कहा, 'कोरोना काल में वैक्सीन विकसित करने में जुटे वैज्ञानिकों के साथ ही मिसाइल बनाने वाले वैज्ञानिकों ने देश का ध्यान खींचा है। पिछले कुछ महीनों में देश की सामरिक ताकतें बढ़ी है।'
प्रधानमंत्री ने सैनिकों को संबोधित करते हुए तीन आग्रह किए। पहला इनोवेट करने की आदत को जिंदगी का हिस्सा बनाएं। दूसरा मेरा हर हालत में योग को अपने जीवन का जीवन हिस्सा बनाएं। तीसरा नई ऊर्जा का संचार के लिए मातृभाषा के साथ एक अन्य भाषा सीखें।
आत्मनिर्भर भारत और लोकल की तरह वोकल का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने सेनाओं को प्रेरित किया और कहा, 'हाल ही में हमारी सेनाओं ने निर्णय लिया है कि वो 100 से ज्यादा हथियारों और साजो-सामान को विदेश से नहीं मंगवाएगी। आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान हैं। विस्तारवाद,एक तरह से मानसिक विकृति जो अठ्ठारहवीं शताब्दी की सोच को दर्शाती है। इस सोच के खिलाफ आज भारत प्रखर आवाज बन उभरा है।
सीमा पर तैनात सैनिकों को प्रोत्साहित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, भारत के पास आप जैसे वीर बेटे-बेटियां हैं।जवानों के बलिदान पर धरती और आसमान को गर्व है। जवानों के शौर्य और वीरता पर इतिहास को गर्व है। हमारे वीर चुनौती पर भारी पड़ते हैं। देशभर की नजरें आप पर हैं राष्ट्र की सुरक्षा में जुटे वीरों को नमन। दुनिया की कोई भी ताकत देश की सीमा की सुरक्षा करने से न रोक सकता है न तोड़ सकता है। सतकर्ता ही सुरक्षा की राह है वही राष्ट्र सुरक्षित है जिसमें मुकाबले की क्षमता है। आपका पराक्रम अतुलनीय है।सतर्कता ही सुख चैन का संबल है।
दीपावली प्रकाश पर्व के अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सरहद पर तैनात जवानों के परिजनों को नमन करते हुए कहा कि 'मेरी दीवाली हर वर्ष जवानों के बीच ही पूरी होती है।अगर देश है तो तभी त्योहार है।प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 2014 से जवानों के साथ दीवाली मनाने की परंपरा को कायम रखते हुए इस सातवीं बार दीपावली का त्योहार राजस्थान के जैसलमेर सीमा पर सैनिकों के साथ मनाया।